Loksabha Election 2019 voting results: देश को अपना प्रधानमंत्री मिलने में अब बस कुछ ही दिन शेष रहे गए है! हाल ही 12 मई को छटा चरण भी पूरा हो चूका है! बस अब एक चरण शेष है! लेकिन 2019 लोकसभा चुनाव इस बार नया रिकॉर्ड बनाने जा रहा है! जी हां इस बार लोकसभा चुनाव में लोगो ने ज्यादा वोटिंग की है! जोकि एक रिकॉर्ड बना सकता है!
Loksabha Election 2019 voting results –
2014 में हुई थी इतनी वोटिंग
आपकी जानकारी के लिए बता दे एक रिपोर्ट के अनुसार, अब तक हुई लोकसभा चुनावो में कुल वोटिंग के 67 फीसदी होने की उम्म्मीद है! साल 2014 में 66.4 फीसदी मतदान हुआ था! निर्वाचन आयोग (ECI) के पास उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, पहले चार चरणों में मतदाता 69.5 प्रतिशत (प्रथम चरण), 69.44 प्रतिशत (द्वितीय चरण), 68.4 प्रतिशत (तृतीय चरण) और 65.51 (चौथा चरण) वोटिंग हुई थी!
रिपोर्ट ने क्या कहा
देश की देश का माहौल है राजनीती अपने निचले स्तर से होकर गुजर रही है! ऐसे में भी लोग दिल खोलकर मतदान कर रहे है! एक नोमुरा की रिपोर्ट के अनुसार निर्वाचन क्षेत्र आधारित तुलना यह बताती है! कि पहले चार चरणों (लगभग 69 प्रतिशत सीटें) में राजस्थान, मध्य प्रदेश, झारखंड, झारखंड की प्रमुख भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के गढ़ों में मतदाता की भागीदारी में वृद्धि हुई! इस रिपोर्ट में कहा गया है दो आउटलेर्स आंध्र प्रदेश और केरल हैं, मतदान अधिक था! लेकिन भाजपा की संभावनाएं पारंपरिक रूप से कमजोर रही हैं!
क्या भाजपा को लाभ?
अब सवाल ये खड़ा होता है तो क्या भाजपा या NDA को इस उच्च मतदाताओं का लाभ होगा या वह सत्ता विरोधी लहर का शिकार होगी? नोमुरा की रिपोर्ट के अनुसार पिछले लोकसभा चुनावों में उच्च और निम्न दोनों मतदानों के दौरान सत्ता-विरोधी परिणामों का सामना करना पड़ा है! एक तरफ, बढ़े हुए मतदाता असंतोष की एक मजबूत भावना का संकेत दे सकते हैं! ये तो 23 मई के बाद ही पता चल पायेगा कि भड़ती हुई वोटिंग किसे फायदा देंगी और किसे नुक्सान?