आज के युग में फ्रॉड और धोखाधड़ी काफी आम बात हो गई हैं। यहां चंद पैसों के लिए लोग धोखा देने में थोड़ा सा भी झिझक नही करते। वहीं बात अगर जरूरी दस्तावेजों की हो जाए, तो इन सब मामलों में दस्तावेजों की डुप्लीकेसी काफ़ी ज्यादा हो गई है, और इनके जरिए धोखाधड़ी की घटनाएं भी। वही एक रिपोर्ट के अनुसार, इन मामलों में ज्यादातर घटनाएं पैन कार्ड को रिलेटेड आ रही हैं। पर हाल ही में एक खबर आई है की, अब हम खुद को इस धोखाधड़ी से बचा सकते हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें, इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के द्वारा, पैन कार्ड के लिए क्विक रिस्पांस यानी (QR) कोड पेश किया है, जो साल 2018 के बाद के बनाए गए पैन कार्ड से शुरू हुआ हैं। यदि हो गया आपका पैन कार्ड चोरी,तो ऐसे करे फटाफट डाउनलोड
QR कोड की मदद से क्या होगा
आपकी जानकारी के लिए बता दें, पैन कार्ड पर एक क्यूआर कोड होता है, जिसके अंदर आपका नाम, आपके माता पिता का नाम, जन्मतिथि और सिग्नेचर की जानकारी होती हैं। वहीं इस क्यूआर कोड को स्कैन करके आप यह सब जानकारी पा सकते है, पर इसके लिए आपको ‘पैन क्यू आर कोड रीडर’ ऐप का यूज़ करना होगा, जो गूगल प्ले स्टोर में आसानी से उपलब्ध हैं। और इसी चीज के इस्तेमाल से आप आसानी से पैन कार्ड से उस पर दी गई जानकारी सही है या नहीं बता सकते हैं।
पैन कार्ड के QR कोड को स्कैन करने के प्रोसेस
–सबसे पहले अपने स्मार्टफोन में गूगल प्ले स्टोर पर पैन क्यूआर कोड रीडर एप्लीकेशन इंस्टॉल करें।
–आपकी जानकारी के लिए बता दें, किसी गलत एप्लीकेशन से बचने के लिए NSDL e-Governance Infrastructure Limited के डेवलप किए गए एप्लीकेशन को ही डाउनलोड करें।
–एप्लीकेशन ओपन करें और ‘नेक्स्ट’ पर क्लिक कर दें, और इसके बाद ‘फिनिश’ का बटन दबाएं।
– आपको बता दें, फिनिश पर क्लिक करने के साथ ही कैमरा खुल जाएगा और स्क्रीन के बीच में एक ग्रीन कलर का कोड दिखाई देगा।
–कैमरा को क्यूआर कोड पर लेकर जाएं और ग्रीन आईकॉन कोड के बीच रखे।
–जिसके बाद आपको पूरी जानकारी दिख जाएगी जो उस क्यूआर कोड से आप लिंक हो जाएंगे।
–यह करने के बाद आप असली या नकली दस्तावेज की पहचान कर पाएंगे।
प्रोसेस के दौरान ख्याल यह बात ख्याल रखे
–इस एप्लीकेशन को इस्तेमाल करने के समय कम से कम 12 मेगापिक्सल वाले कैमरे वाली स्मार्टफोन।
–क्यूआर कोड स्कैन करने के समय कैमरे और कोड के बीच में 10 सेंटीमीटर की दूरी जरूरी हैं।
–क्यूआर कोड स्कैन करते वक्त फ्लैश या जरूरत से ज्यादा रोशनी कैमरे पर नहीं पड़नी चाहिए।