आज हम सभी मोबाइल में रिचार्ज कराए बिना 1 दिन भी नहीं रह सकते है. दूसरों से बात करने की और इंटरनेट की लोगों को ऐसी लत लग गई है कि इसके बिना कोई भी काम चलना मुश्किल हो गया है. इसके लिए हमें मंथली या क्वार्टरली रिचार्ज कराना पड़ता है जोकि 28 या 84 दिनों का होता है. पर क्या आपके मन में कभीयह ख्याल आया है कि जियो और एयरटेल के महीने भर वाले प्रीपेड प्लान की वैलिडिटी 30 दिनों की बजाय 28 दिन की क्यों होती है? अगर आपने इसका सीधा-सीधा कॉल कॉल यह पाया हुआ कि आपको 12 महीने के लिए 13 महीने का रिचार्ज कराना पड़ता है. JIO ने दिया अपने ग्राहकों को तगड़ा झटका, बंद कर दिया ये जबरदस्त प्लान
बता दें कि इसके पीछे का गणित काफी बड़ा है महीने भर वाले प्लान की वैलिडिटी केवल 2 दिन काम करके यह टेलीकॉम कंपनियां काफी पैसे का मुनाफा कमाती है यहां पर आपको इसके पीछे का पूरा गणित हम समझा रहे हैं.
अगर आप 12 महीने को 28 दिन से गुणा करेंगे तो पाएंगे ये 336 दिन होते हैं. यानी एक साल (365 दिन) में 29 दिन कम. इसका सीधा मतलब है कि अगर आप मंथली रिचार्ज कराते हैं तो आपको साल भर में 13 महीने का रिचार्ज कराना पड़ जाता है.
आसान भाषा में इसको ऐसे समझे कि अगर आप 28 दिन की वैलिडिटी वाला रिचार्ज 13 महीने तक कर आते हैं तो यह 364 दिन होता है आपको जानकर आश्चर्य होगा कि इस देर में रिचार्ज थे रिलायंस जिओ एयरटेल और वोडाफोन आइडिया जैसी टेलीकॉम ऑपरेटरों का मुनाफा कमाते हैं.
इस 13वें रिचार्ज से अकेले एयरटेल ही लगभग 5415 करोड़ रुपए कमा रही है इसके लिए हमने एयरटेल का एवरेज रिवेन्यू पर पर्सन और उसके सितंबर तक मौजूद यूजर दोगुना किया अगर आप एयरटेल के ARP ₹153 को 35.44 करोड़ से गुना करेंगे तो पाएंगे कि यह 5415 करोड़ रुपए होता है.
इसी तरह का गणित जब आप रिलायंस जिओ के साथ भी करते हैं तो जिओ की कमाई इस 13वें रिचार्ज से से 6168 करोड़ पर निकल कर आती है. कैलकुलेशन एयरटेल रिचार्ज पर भी लागू होता है जिसमें 90 दिन की बजाय 84 दिन की ही कंपनी द्वारा वैलिडिटी दी जाती है.