Pakistan Parliament Cosh Mystery: दुनिया में ऐसी-ऐसी विचित्र बातें (Strange Thing) होती रहती हैं जिनसे इंसान को हंसी भी आती है और अजीब भी लगती है. जैसे भारतीय Films में दिखाया जाता है कि अदलात में गवाही देने से पहले गीता की कसम खाते दिखाया जाता है लेकिन असल में ऐसा कुछ भी नहीं होता है.
Pakistan Parliament Cosh Mystery-
मगर कुछ समय पहले से Social Media पर एक तस्वीर Viral हो रही है जिसमें एक अदालत में जज के सामने गदा रखी हुी और बताया जा रहा है कि वो Court हुकुमत-ए-पाकिस्तान (Pakistan) की है, जहां ज्यादातर अदालतों में जज के सामने इस गदे को रखा जाता है.
अब क्या हमारे बजरंगबली (God Hanumana) के गदा को अब Pakistani भी पूजते हैं मगर ये शायद उन्हें नहीं पता कि हर दिखती बात के वही मायने नहीं होते जो हम सोचते हैं. पर अब सवाल ये है कि आखिर Pakistan की Parliament में क्यों रखी जाती है हनुमान जी की गदा? क्या है इस झंछोल का मांजरा.
पाकिस्तान की Parliament में क्यों रखी जाती है हनुमान जी की गदा?
पाकिस्तान की Parliament में रखी इस हनुमान दी की गदा का सही मायने में क्या मतलब हो सकता है ? इस तस्वीर को देखने के बाद हर Indians के मन में ये बात तो आएगी ही तो आपको बता दें कि Pakistan की संसद में हनुमान जी की गदा रखी जाती है और ये बात पूरी तरह से सच है.
हिंदू धर्म (Hindu Religion) के अनुसार, इसे धारण करने के लिए क्रोध, लालच, अहंकार, वासना और किसी के प्रति लगाओ इन 5 दूसरों पर पूरी तरह से नियंत्रण करना आना चाहिए. क्योंकि Ancient भारत में गदा को सिर्फ एक हथियार के रूप में नहीं बल्कि आदमी संप्रभुता शासन का अधिकार और शासन करने की शक्ति का प्रतीक माना जाता है और आपको जानकर हैरानी होगी कि इस समय में भी कुछ ऐसा ही है फिर भले Pakistan की इस Parliament में रखी इस गदा का संबंध हनुमान जी के साथ हो ना या ना हो.
सिर्फ Pakistan ही नहीं बल्कि दुनिया के लगभग सभी Democratic देशों में इसी तरह की गदा विधानसभा के अंदर देखने को मिलती है. इसके रंह रूप देश के हिसाब से अलग-अलग होती है खासकर Britain के अधीन रह चुके कॉमनवेल्थ राष्ट्रों के सदन में सभापति के आदे इस गदे को रखा जाता है. इसका मतलब ये होता है कि इंसान क्रोध, लालच, अहंकार, वासना और किसी के प्रति लगाओ और उसके पास शासन का अधिकार करने की शक्ति रखता है.
आजादी के पहले हमारे भारत की भी संसद में ऐसी एक गदा रखी जाती थी लेकिन आजादी के बाद इस गदे को हटा दी गई मगर आज भी देश के कुछ Assemblies में इस गदे को रखा जाता है इससे सभा का स्वरूप कुछ अलग-अलग सी लगती है.
हिंदू धर्म (Hindu Religion) की मान्यताओं के अनुसार हर देवी-देवताओं की पूजा के साथ-साथ उनकी सवारी और अस्त्र-शस्त्र की पूजा करना भी धर्म-कर्म के हिस्से में ही आने वाला काम होता है. ऐसा कहा जाता है कि हनुमान जी को श्रीराम के बाद अगर कोई चीज प्यारी थी तो वो उनका गदा था जिसे वे हमेशा अपने साथ रखते थे.
और देखें – पाकिस्तानी सेना अपने टैंक के आगे बाँध दे गाय फिर करे भारत पर हमला : वामपंथी पत्रकार