भारत में लगभग सभी लोग घृतकुमारी या कहे तो एलोवेरा के गुणों से वाकिफ होंगे. हम सभी जानते हैं कि आयुर्वेद में एलोवेरा का कितना महत्व है. लोग अपनी स्किन को निखारने के लिए भी इसका प्रयोग करते हैं.
आज हम आपको एलोवेरा की खेती से होने वाले मुनाफे के बारे में बताने जा रहे हैं. हम आपको बता दें कि एलोवेरा का प्रयोग चिकित्सा और कॉस्मेटिक प्रोडक्ट बनाने में भी किया जाता है. आप आने वाले 5 सालों तक एलोवेरा की खेती से खूब लाभ उठा सकते हैं.
हम आपको बता दें कि यदि हम 1 एकड़ जमीन में एलोवेरा की खेती करते हैं तो हमें तकरीबन हर साल 20 हजार किलोग्राम एलोवेरा प्राप्त होगा और हम आपको बता दें कि एलोवेरा की ताजी पत्तियों को बेचने पर हमें हर किलोग्राम पर 5 से ₹6 प्राप्त होंगे.
हम आपको बता दें कि अगर किसान एलोवेरा की खेती करना चाहते हैं तो उन्हें बुवाई के लिए फरवरी से अक्टूबर-नवंबर तक का समय चुनना होगा क्योंकि ठंडी के मौसम में बुवाई नहीं की जा सकती है.
अगर हम खेती की गणित की बात करें तो एलोवेरा की खेती करने वाला किसान 1 बीघा खेत में 12000 पौधे लगा सकता है और एलोवेरा के प्रत्येक पौधे लगाने की मशीन से 3 से 3.50 रुपए तक होती है. हम आपको बता दें कि एलोवेरा के 1 पौधे का वजन 3 से 4 किलो तक होता है इसका अर्थ यह हुआ कि किसान एक पौधे से कम से कम 18 रुपए कमा सकता है. और इस तरह देखे तो वह 40 से 50 हजार खेती में लगाकर कुल ₹2 लाख रुपए तक की कमाई कर सकता है.
हम आपको बता दें कि भारत की कई बड़ी-बड़ी कंपनियां जैसे पतंजलि, डाबर, बैद्यनाथ, रिलायंस और अन्य हेल्थ केयर कॉस्मेटिक और टैक्सटाइल्स कंपनियां भी इसकी ग्राहक हैं. हर्बल दवा बनाने वाली कंपनियों में सबसे ज्यादा इस्तेमाल एलोवेरा का होता है.