Dangerous Punishment World History: आज हम आपको कुछ ऐसी ही खौफनाक सजाओं के बारे में बताने जा रहे हैं जिनके बारे में सुनकर आपकी रूह कांप जाएगी।
Dangerous Punishment World History-
खौफनाक सजायें –
म्यूटिलेशन (Mutilation)
England और North America में दी जाने वाली इस सजा में अपराधी के शरीर के अंगों को काट दिया जाता है। 17वीं शताब्दी में England में नाक, कान और होंठ सजा के तौर पर काट दिए जाते थे जबकि 18वीं शताब्दी में North America में जानवरों की चोरी पर ही कान काट दिए जाते हैं।
इलेक्ट्रिक चेयर की सजा (Electric Chair Punishment)
अपराधी को बिजली की कुर्सी पर बैठाकर उसे बिजली के करंट दिए जाते थे। 1888 में संयुक्त राज्य अमेरिका में ऐसी सजा दी गई थी। 1890 में William Kangler की हत्या करने पर अपराधी को ये सजा दी गई थी। कुर्सी पर अपराधी को बैठाकर 18 Second तक Electricity का झटका दिया जाता था और इसके बाद दूसरा झटका देते थे जोकि 70 सेकेंड का होता था।
स्टोनिंग (Stoning)
ये अपराधी को पत्थर मारने की सजा थी। North America और मध्य पूर्व में इस तरह की सजा दी जाती थी। कई देशों में ऐसी Punishment का प्रावधान हुआ करता था। आज भी कई देशों में ऐसा होता है। इरान में पत्थर से मारने से पहले पुरुष अपराधी को कमर और महिला अपराधी को सीने तक जमीन के अंदर गाड़ दिया जाता है।
क्रूसीफिक्शन (Crucifixion)
Rome (Italy) में इस तरह की सजा काफी प्रचलित थी। इसमें अपराधी को सूली (Hanged Cross Sign) पर लटका दिया जाता था। इस तरीके से जीसस को भी सजा दी गई थी। ईसाई धर्म में सजा देने का इसे सबसे क्रूर तरीका माना जाता है। इसमें अपराधी को सूली पर लटकाकर घंटों या कई दिनों तक तड़पा-तड़पा कर मारा जाता था। 71 BC में Rome में रोमन साम्राज्य के खिलाफ आवाज़ उठाने पर 6,000 लोगों को सूली पर लटका दिया गया था।
गिलोटिन (Guillotine)
इस सजा में अपराधी का सिर Machine में काट दिया जाता है। फ्रांस में ये सजा दी जाती थी। 1792 में Swift की dictatorship के दौरान हज़ारों लोगों को ये सजा दी गई थी। इस Killing Machine का नाम इसके आविष्कारक डॉक्टर गिलोटिन (Dr. Guillotine) के नाम पर रखा गया था।
बॉइलिंग (Boiling)
उबलते हुए पानी या तेल में डालने का प्रचलन भी खूब चला था। इंग्लैंड में खाने में ज़हर मिलाने पर ऐसी सजा दी जाती थी। हेनरी आठवें के कार्यकाल में 1500 लोगों को खाने में ज़हर मिलाने पर ऐसी सजा दी गई थी। सन् 1542 में मारग्रेट डेवी नाम की नौकरानी का मालकिन के खाने में ज़हर मिलाने के कारण सजा के तौर पर उसे boiling Water में Boil दिया गया था।
ये है खौफनाक सजायें –
अगर आज इन सजाओं को अपराधियों को दिया जाए तो देश और दुनिया में हंगामा हो जाएगा। हालांकि, इस तरह की सजा रेपिस्ट और आतंकियों के लिए मुकर्रर की जानी चाहिए। फांसी जैसी सजाओं में तो एक बार ही जान निकल जाती है लेकिन इनमें अपराधी तड़प-तड़प कर मरता है और ऐसी ही सजा से अपराधियों के मन में खौफ रहेगा।
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