India Loss 70,000 Crore GST: केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली (Arun Jetley) ने शुक्रवार को कहा कि वस्तु एवं सेवा कर यानी GST ने Congress के विरासत कर को बदल दिया है। जिसमें अधिकांश वस्तुओं पर 31% से अधिक TAX था।
India Loss 70,000 Crore GST-
अरुण जेटली ने कहा कि GST में उचित व सरल TAX का प्रावधान किया गया है। और इसमें 28 % TAX के Slab को राजस्व संग्रह में सुधार के साथ आगे समाप्त कर दिया जाएगा।
आपको बता दें कि अरुण जेटली ने अपनी Facebook Post के जरिए कहा कि GST स्वतंत्रता के बाद देश में सबसे बड़ा सुधार है। साथ ही उन्होंने कहा कि Mineral Water से लेकर Hair Oil, टूथपेस्ट, साबुन, डेयरी उत्पाद समेत अनेक निर्माण सामग्री व घरेलू उपयोग की वस्तुओं पर Congress सरकार में 31 % कर लगता था।
इस श्रेणी में कुल 235 चीजे आती हैं। इन 235 तरह की वस्तुओं पर 31 % का कर भारत पर Congress पार्टी का उपहार था। तथा यह Congress का विरासत TAX था।
बताते चलें कि मोदी सरकार में GST लगने के पश्चात इन सभी वस्तुओं पर 28 % या 28 % से कम TAX लगता है। बता दे कि अधिकांश वस्तुओं पर 18% तथा 8% ही TAX लगता है। जिससे कि यह वस्तुएं अपने पिछले दिनों से काफी सस्ती हो चुकी हैं। हालांकि अरुण जेटली ने GST को लेकर एक बड़ा खुलासा किया है।
आपको बता दें कि अरुण जेटली ने कहा है कि इन सभी उत्पादों पर GST लग जाने से देश के राजस्व को तकरीबन 70,000 Crore का नुकसान हुआ है। जिससे देश में अनेकों प्रकार के विकास कार्य किए जा सकते थे।
हालांकि यह पहली बार है जब पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली ने Modi सरकार के किसी काम की तारीफ की क्योंकि GST लगने से मात्र इन 235 उत्पादों पर ही देश का तकरीबन 70000 करोड़ धन सुरक्षित हुआ है।
नोट: GST से TAX कम हुआ, तथा TAX कम होने से राजस्व का नुकसान निश्चित है। लेकिन GST आजाद भारत की सबसे बड़ी सफलता है।
हालांकि अरुण जेटली ने अभी इन 235 वस्तुओं के बाहर की वस्तुओं पर लगाई गई GST से होने वाले नुकसान की कोई बात नहीं कही है। बताते चलें कि भले ही GST लगने से देश के राजस्व को TAX की कमी के चलते हजारों करोड़ का नुकसान हो रहा है।
लेकिन यह देश के विकास में एक बड़ी सफलता है। क्योंकि TAX कम होने से TAX में हो रही धांधली और भ्रष्टाचार होने के % उम्मीदें बेहद कम हो जाती हैं।
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