कब किसको कौन सी बीमारी जकड़ ले, यह अंदाजा किसी को भी लगा पाना मुश्किल हैं। इन सब से बड़े से बड़े लोग और सेलिब्रिटी भी नही बच पाए हैं। आज हम इस पोस्ट एक ऐसे सेलिब्रिटी और उनके बीमारी के बारे में बात करने जा रहे है, जिन्हे देख आपको भी नही लगेगा की इनको इतनी बड़ी बीमारी हैं। हम बात कर रहे है फैशनेबल और फिटनेस फ्रीक एक्ट्रेस सोनम कपूर के बारे में, और उनका टाइप-1 डायबिटीज है वो भी 17 साल की उम्र से। यही नही, इस बीमारी को कंट्रोल करने के लिये उन्हें इंसुलिन लेना पड़ता है, इसके अलावा वे रोजाना योग, एक्सरसाइज और हेल्दी डाइट लेती रहती है, आईए जानते है इस बीमारी से रिलेटेड पुरी बात।
सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन के मुताबिक, डायबिटीज एक क्रॉनिक स्वास्थ्य समस्या है, जो लंबे समय तक रहती हैं। इसके अलावा, यह बीमारी शरीर द्वारा खाने की ऊर्जा के लिए इस्तेमाल करने की प्रक्रिया को प्रभावित करता है, और उन्ही में से एक होती है टाइप-1 डायबिटीज।
जब कोई डायबिटीज से पीड़ित होता है तो क्या होता है?
सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन के अनुसार, एक इंसान जब कुछ खाता है, तो वह खाना शरीर में जाकर शुगर में तोड़कर ब्लड में रिलीज कर दिया जाता हैं। और जब वहीं ब्लड में शुगर का स्तर बढ़ने लगता है, तो पैंक्रियाज को इंसुलिन हॉर्मोन रिलीज करने का संकेत मिलता है, और यह ग्लूकोज की खपत को तेज करने में मदद करता है, और आखिर में ब्लड शुगर का लेवल कंट्रोल में आ जाता हैं। पर आपको बता दें, इन सब के बावजूद डायबिटीज से ग्रस्त शरीर इंसुलिन के प्रति असंवेदनशील हो जाता हैं।
टाइप-1 डायबिटीज क्या है?
रिपोर्ट के अनुसार, डायबिटीज के चार प्रकार हो सकते है, जिनमें से एक टाइप-1 डायबिटीज होता हैं। इस प्रकार से ग्रस्त शरीर के अंदर, इम्यून सिस्टम गलती से इंसुलिन उत्पादन करने वाली पैंक्रियाज की सेल्स को नष्ट करने लगता है, जो शरीर के लिए काफी हानिकारक हैं। पर यह शरीर के सबसे खराब तब होता है, जब शरीर में इंसुलिन की मात्रा बिल्कुल कम या ना के बराबर हो जाती हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें, इस प्रकार के डायबिटीज को जुवेनाइल डायबिटीज या इंसुलिन-डिपेंडेंट डायबिटीज भी कहा जाता है, यह इसलिए क्योंकि यह समस्या आमतौर पे बचपन व किशोरावस्था में देखने को मिलती हैं।
किन लोगों को होती है डायबिटीज
आपको बता दें, आमतौर पे यह बीमारी बचपन में किसी को भी हो सकती है, पर इस बीमारी की उम्र 6 से 18 साल वाले बच्चों को लगती हैं।
टाइप-1 डायबिटीज के लक्षण
1.बहुत ज्यादा प्यास लगना
2.ज्यादा बार पेशाब आना
3.थकावट और सुस्ती महसूस होना
4.त्वचा पर कट या घाव धीरे-धीरे ठीक होना
5.अक्सर भूखा महसूस होना
6.खुजली
7.त्वचा संक्रमण
8.धुंधला दिखना
9.बगैर कारण पता चले शरीर का वजन घटना
10.बार-बार मूड बदलना
11.सिर दर्द
12.चक्कर आना
13.टांग की मांसपेशियों में ऐंठन
मधुमेह के कारण हो सकती है ये गंभीर बीमारियां
सीडीसी के अनुसार, अगर इस बीमारी को नियंत्रित नहीं किया गया, तो यह दूसरी गंभीर बीमारियां जैसे हार्ट अटैक, नजर का धुंधलापन, नसों को नुकसान, गम्भीर इंफेक्शन्स, किडनी फेलियर, दिल के रोग और मोटापा, शरीर में पैदा कर सकती हैं।
डायबिटीज कंट्रोल करने का तरीका
आपकी जानकारी के लिए बता दें, यह बीमारी का इलाज ए1सी टेस्ट, फास्टिंग ब्लड शुगर टेस्ट, ग्लूकोज टॉलरेंस टेस्ट, रैंडम ब्लड शुगर टेस्ट जैसे आदि के जांच के बाद होती हैं। और जिनकी बीमारी गंभीर है, उन्हें इंसुलिन इंजेक्शन दिया जाता हैं। इसके अलावा, लोग नियमित रूप से ब्लड शुगर की जांच, एक्सरसाइज, धूम्रपान, शराब वा अधिक शुगर वाले फूड का सेवन ना कर के, वजन को संतुलित रख के, फास्ट फूड और कार्बोनेटेड ड्रिंक का सेवन ना कर के और रोजाना 20 से 30 मिनट एक्सरसाइज कर के इस बीमारी को कंट्रोल में रख सकते हैं।
टाइप-1 डायबिटीज के मरीज अपनी डायट में शामिल करें ये सुपरफूड्स
1.हरी पत्तेदार सब्ज़ियां
2.खट्टे फल
3.शकरकंद
4.बेरीज़
5.टमाटर
6.ओमेगा-3 फैटी एसिड्स वाली मछलियां
7.साबुत अनाज
8.नट्स
9.फैट-फ्री दही और दूध
10.बीन्स