2019 loksabha election opposition: Lok Sabha election से पहले विरोधी दलों की कोशिश महागठबंधन खड़ा करने की है. विरोधी दलों का मानना है कि PM नरेंद्र मोदी की अगुआई वाली BJP की चुनौती का सामना करने के लिए महागठबंधन समय की जरूरत है. लेकिन विपक्षी खेमे में अंतर्विरोधों के चलते महागठबंधन को जमीनी हकीकत बनाने का रास्ता फिलहाल आसान नजर नहीं आ रहा.
2019 loksabha election opposition
कांग्रेस की ओर से गठबंधन बनाया जाए
विपक्षी खेमे में दो तरह की विचार प्रक्रिया उभरते देखी जा सकती है. पहली राय ये है कि केंद्र में congress की ओर से गठबंधन बनाया जाए. दूसरी राय में congress और BJP, दोनों से ही अलग रहने की पक्षधर पार्टियों का तीसरा मोर्चा खड़ा करने पर जोर दिया जा रहा है.
कांग्रेस खुश नहीं हैं
सूत्रों के मुताबिक राहुल गांधी की इफ्तार Party में Samajwadi Party की ओर से कोई प्रतिनिधि नहीं भेजे जाने से congress खुश नहीं हैं. वो भी ऐसी स्थिति में कि Samajwadi Party अध्यक्ष अखिलेश यादव ने Jamiat-e-Ulema हिंद Chief अरशद मदनी के Eid मिलन समारोह में खुद हिस्सा लिया. इस समारोह में Delhi के CM अरविंद केजरीवाल भी मौजूद रहे.
संगठन को मजबूत किए जाने के निर्देश दिए जा चुके हैं
congress सूत्रों का कहना है कि Party अध्यक्ष राहुल गांधी की ओर से अपने सिपहसालारों और राज्य प्रभारियों को पहले ही सभी स्तरों पर संगठन को मजबूत किए जाने के निर्देश दिए जा चुके हैं. खास तौर पर बूथ स्तर पर प्रबंधन को धार देने पर जोर दिया गया है.
राहुल गांधी हर राज्य की स्थिति को देख रहे हैं
छत्तीसगढ़ के लिए congress के प्रभारी incharge PL Punia ने INDIA TODAY से कहा, ‘जब तक महागठबंधन सामने नहीं आता, हम Party संगठन को जमीनी स्तर पर मजबूत बनाने में जुटे हैं.
हम इसे लेकर चिंतित नहीं है कि महागठबंधन बनता है या नहीं. राहुल गांधी हर राज्य की स्थिति को देख रहे हैं. गठबंधन इस बात पर निर्भर करेगा कि किसी राज्य विशेष की क्या स्थिति है.’
सुप्रीमो ममता बनर्जी की ओर से भी अतीत
TMC congress supremo Mamata Banerjee की ओर से भी अतीत में कई मौकों पर Left पार्टियों और कांग्रेस पर निशाना साधा जा चुका है. हाल में Delhi के CM अरविंद केजरीवाल और उपराज्यपाल के बीच टकर.
उत्तर प्रदेश के बाद अब इस राज्य में सरकारी बंगले खली करने के आदेश…
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