women not drink drive less break: अक्सर आपने लोगों को ये कहते सुना होगा कि महिलाएं अच्छी ड्राइवर नहीं होती हैं, लेकिन ऐसा कहने वाले लोगों का मुंह बंद करने वाली खबर आ गई है। delhi police की रिपोर्ट के मुताबिक साल 2017 में एक भी महिला चालक शराब पीकर गाड़ी चलाते हुए नहीं पकड़ी गई। आंकड़ों के मुताबिक साल 2017 में किसी भी महिला चालक का शराब पीकर गाड़ी चलाने की वजह से चलान नहीं कटा, वहीं साल 2018 के तीसरे महीने तक सिर्फ एक महिला शराब पीकर गाड़ी चलाते हुए पकड़ी गई हैं। यानी कि महिलाएं पुरूषों से ज्यादा अच्छे से ट्रैफिक नियमों का पालन करती हैं.
women not drink drive less break
ट्रैफिक नियम तोड़ने के आंकड़े
महिलाओं ने साल 2017 में बेहतरीन प्रदर्शन किया। Times of India के रिपोर्ट के मुताबिक महिलाओं ने पिछले साल पुरुषों के मुकाबले बेहद कम ट्रैफिक नियमों का उल्लघंन किया, जो कि लगभग नगण्य के बराबर थी, लेकिन चौंकाने वाली बात तो ये है कि ट्रैफिक नियमों का पालन करने के बावजूद सड़क हादसों में मरने वाले लोगों की कुल संख्या का 10 फीसदी हिस्सा महिलाओं का रहा। जबकि सड़क हादसों में घायल होने वाले में 14 फीसदी महिलाएं हैं.
26लाख कटे चलान
delhi police के आंकड़ों के अनुसार, साल 2017 में राजधानी दिल्ली में ट्रैफिक नियमों के उल्लघंन मामले में कुल 26 लाख चालान काटे गए। इन चलानों में से महिलाओं की संख्या मात्र 600 है। यानी ये बात साबित होती हैं कि पुरूषों के मुकाबले महिलाएं ज्यादा तरीके और ट्रैफिक नियमों का पालन करते हुए गाड़ियां चलाती हैं। आइए साल 2017 में राजधानी दिल्ली में ट्रैफिक नियमों को तोड़ने में काटे गए चलान पर एक नजर डालें।
कहां कितने चालान कटे
- दिल्ली में साल 2017 में कुल 26 लाख चलान काटे गए।
- साल 2017 में दिल्ली में मात्र 600 महिला चालकों के चलान कटे।
- वहीं 1,67,867 ड्राइवरों के खिलाफ ट्रैफिक नियमों के उल्लघंन का मामला दर्ज किया गया।
- 44 महिला चालकों के खिलाफ टैफिक नियमों तोड़ने पर मामला दर्ज किया गया।
- over speed की वजह से 1,39,471 लोगों के चलान काटे गए।
- जबकि मात्र 514 महिलाएं overspeed की वजह से पकड़ी गईं।
और पढ़े: पेट्रोल और डीजल की मुसीबत भारत में ही है या हमारे पडोसी मुल्को में भी, देख ले क्या है सच !