आप सभी ने सरसों के तेल का इस्तेमाल भी किया है उसके बारे में अच्छे से जाना भी है लेकिन आपको यह सब मालूम है कि आप सरसों के तेल में खाना तक बना लेते हैं लेकिन क्या आपको यह मालूम है कि सरसों का तेल शरीर के अंगों पर लगाने के लिए काम आता है और जो कि बहुत ज्यादा फायदेमंद होता है तो आज हम आपको बताते हैं कि आप सरसों के तेल का इस्तेमाल और कहां पर कर सकते हैं?
जाने फायदे-
गाढ़ा और विटामिन ई से भरपूर सरसों का तेल एक प्राकृतिक सनस्क्रीन माना जाता है। जब शरीर पर लगाया जाता है, तो यह त्वचा के छिद्रों को खोलने के लिए पसीने की ग्रंथियों को उत्तेजित करके एक प्राकृतिक क्लींजर के रूप में कार्य करता है। सरसों के तेल से मालिश करने से भी पिगमेंटेशन वाले धब्बे हल्के होते हैं और त्वचा में मिल जाते हैं।
सरसों का तेल भी आवश्यक फैटी एसिड के साथ सिर को मॉइस्चराइज़ करता है। यह डैंड्रफ और फंगल इंफेक्शन के साथ-साथ बालों के झड़ने की समस्या को भी कम करता है।
सरसों का तेल एक जीवाणुरोधी के रूप में काम करता है। इसका उपयोग आंतरिक और बाह्य दोनों तरह से किया जाता है। आंतरिक रूप से यह कोलन बैक्टीरिया से लड़ता है और पाचन तंत्र को मजबूत करता है जबकि बाह्य रूप से यह त्वचा के बैक्टीरिया और फंगल संक्रमण से बचाता है।
सरसों का तेल कोरोनरी हृदय रोग के खतरे को कम करता है, इसलिए जिन्हें हृदय या कोलेस्ट्रॉल की समस्या है, उन्हें सरसों के तेल का ही उपयोग करना चाहिए।
ठंड के दिनों में सरसों का तेल गर्म करने के लिए सबसे अच्छा है। गुनगुने तेल से मालिश करने से रूखी त्वचा भी मुलायम, मुलायम और चिकनी हो जाती है। साथ ही यह गठिया और जोड़ों के दर्द में भी काफी कारगर है।
सरसों के तेल में मौजूद थायमिन, फोलेट और नियासिन जैसे विटामिन मेटाबॉलिज्म को बढ़ाते हैं, जिससे वजन कम होता है। यह तेल शरीर पर चर्बी की तरह जमा नहीं होता है।
दांत दर्द में सरसों के तेल में नमक मिलाकर मसूढ़ों पर हल्की मालिश करने से दांत का दर्द दूर होता है और मसूड़े और दांत दोनों मजबूत होते हैं।
तो अभी से घर से ही रिफाइंड हो जाइए, लड़के-लड़के और सरसों के तेल का इस्तेमाल शुरू कर दीजिए। इस तेल को खाएं और मालिश के लिए भी इसका इस्तेमाल करें। इस तेल का प्रयोग शिशु की मालिश के लिए भी अच्छा होता है।