जैसा कि आप सभी ने अभी तक की बहुत सारी एप्लीकेशंस को देखा होगा जिनके बीच बीच बीच में ऐड मिल जाती हैं और वहां से उनका रेवेन्यू जनरेट हो जाता है लेकिन व्हाट्सएप के साथ तो ऐसा भी नहीं है लेकिन उसके बावजूद भी व्हाट्सएप काफी मोटी रकम कमा रहा है लेकिन क्या कभी आपके माइंड में यह सवाल नहीं आया कि ऐसा कैसे कमा रहा है?
जैसा कि मालूम है कि व्हाट्सएप पर कोई भी ऐड नहीं आती है लेकिन उसके बावजूद भी साल 2020 में व्हाट्सएप ग्रुप में 5.5 बिलियन डॉलर का रेवेन्यू जनरेट किया है! तो आज के हमारे इस आर्टिकल से आप यही जानने वाले हैं कि व्हाट्सएप पैसे कैसे कमाता है?
दरअसल, जब साल 2009 में व्हाट्सएप की शुरुआत की गई थी तो उस समय यूजर्स को 1 साल के लिए $1 का भुगतान करना पड़ता था! लेकिन जनता भी काफी ज्यादा चलाक है जब पेमेंट करने की समय आता था तो उन्होंने व्हाट्सएप को अन-इंस्टॉल करना ही शुरू कर दिया था!
जिसका नतीजा यह निकला कि व्हाट्सएप के मालिकों को कोई खास फायदा नहीं हुआ! ऐसे में इसके बाद साल 2014 में फेसबुक ने व्हाट्सएप को खरीद लिया था वह भी पूरे 19 बिलियन डॉलर देकर! तो ऐसे में फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने जब इतना पैसा लगाया है तो जाहिर सी बात है कि वह कमाना भी चाहते हैं!
यहां आपको बता दें कि मार्क जुकरबर्ग के पास व्हाट्सएप के अलावा दो अन्य भी प्लेटफार्म से फेसबुक इंस्टाग्राम! और यह सभी प्लेटफार्म आपस में इंटर कनेक्टेड है! यानी कि हम हुआ क्या कि यदि आप व्हाट्सएप के ऊपर अगर अपने किसी दोस्त से किसी भी प्रोडक्ट की बातें कर रहे हैं तो उसके एड्स उसकी आईडी जो कि फेसबुक या इंस्टाग्राम पर थी तो उनके एड्स वहां पर सो होने लग गए!