Right Recall Law: मोदी सरकार का सबसे बड़ा फैसला, अब जनता काम न करने वाले नेता को कभी भी मार सकती है लात ! बीजेपी के फायर Brand नेता और पार्टी के सांसद Varun Gandhi अब कुछ ऐसा करने जा रहे हैं! जिससे Politics में भूचाल सा आ गया है! कई नेताओं की रातों की नींदे हराम हो गयी है! सबसे ज्यादा बुरा हाल तो उन नेताओं का है जो Vote लेने के वक़्त तो जनता के सामने हाथ फैला कर पहुच जाते हैं! लेकिन उसके बाद 5 सालों तक नज़र भी नहीं आते और जनता को अपनी पाँव की जूती समझने लगते हैं!
Right Recall Law-
‘Right टू Recall’ की पैरवी की –
सुल्तानपुर से BJP सांसद Varun Gandhi ने गुवाहाटी में आयोजित कार्यक्रम में राइट टू रिकॉल की पैरवी करते हुए कहा! कि नेताओं के काम न करने की सूरत में उन्हें वापस बुलाने का अधिकार भी मिलना चाहिए! इस Bill के जरिये से चुनाव जीतने वाले MP और MLA के काम से यदि जनता नाखुश है तो वो उसे गद्दी से उतार पायेगी!
इस Bill के पास होते ही जनता सही मायनों में राजा बन जायेगी! और जनता के वोटों से जीतने वाले नेता केवल एक सरकारी कर्मचारी! इस Bill का नाम है “राईट टू रिकॉल“, इस बिल के पास होने के बाद यदि किसी भी सांसद या विधायक के काम से उसके क्षेत्र की 75 फीसदी जनता खुश नहीं है! और जनता को लगता है कि इस नेता को वोट देकर उसने गलत फैसला लिया था! तो उस नेता को 2 साल के भीतर गद्दी से उतारा जा सकता है!
Varun gandhi के मुताबिक़ यदि जनता को ये हक़ है! कि वो अपने जनप्रतिनिधि को गद्दी पर बैठा सकती है! तो उसे ये हक़ भी होना चाहिए कि वो उस नेता को गद्दी से उतार भी सके!
परिवारवाद के बहाने congress पर हमला –
Varun gandhi ने परिवारवाद पर भी हमला किया! उन्होंने अपना उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा! कि यदि उनके नाम के आगे Gandhi नहीं लगा होता तो क्या वो केवल 29 साल की उम्र में सांसद बन सकते थे? दरअसल ये हमला Rahul Gandhi पर था, जिन्हे कांग्रेस केवल इसलिए अध्यक्ष बनाया क्योंकि वो गाँधी हैं!
Sir name का कोई महत्व न हो –
Varun ने कहा कि वो ऐसे भारत को देखना चाहते हैं! जहां सरनेम का कोई महत्व न रहे! ऐसा भारत जहां वरुण दत्ता, वरुण घोष या फिर वरुण खान हो, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता! ऐसा देश जहां सभी को समान अवसर मिले!
Gandhi सरनेम का फायदा मिलना स्वीकारा –
बता दें कि Varun gandhi इससे पहले भी कई बार गांधी सरनेम पर बयान दे चुके हैं! उन्होंने खुले मंच से कई बार यह स्वीकार भी किया है! कि गांधी सरनेम होने का उन्हें फायदा मिला है! वरुण कई बार कह चुके हैं कि देश को युवाओं की जरूरत है, लेकिन परिवारवाद की वजह से देश की loksabha बूढ़ी हो रही है!
दुनिया के अन्य देशों का जिक्र करते हुए varun gandhi कहते रहे हैं कि अब हमारे देश में युवाओं को बिना सरनेम देखे! उनकी Ability के आधार पर मौका मिलना चाहिए! माना जा रहा है कि नोटबंदी, GST के बाद कश्मीर की Section-370 और राइट टू रिकॉल वो बड़े कदम हैं, जो मोदी सरकार उठाने जा रही है! 2019 चुनावों के बाद इस बारे में कोई बड़ा फैसला लिया जा सकता है!