जनरल बिपिन रावत के हेलीकॉप्टर मामले में निधन हो जाने के बाद अब सरकार चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ पद के लिए किसी योग्य उम्मीदवार की भी तलाश कर रही है जिसे इस पद पर नियुक्त किया जा सके वहीं जनरल बिपिन रावत ने अपने 1 साल 341 दिन के कार्यकाल में इस पद पर रहकर शानदार काम किया है और ऐसे काम किए हैं जिनकी तारीफ आगे भी ही जाती रहेगी वही आमतौर पर उन्होंने सेना के तीनों अंगों को साथ में मिलकर ऑपरेशन करने और सेना के आधुनिकरण की दिशा में बड़ा काम किया है! क्या जानते हैं कि मुख्य तौर पर चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ क्या काम करती हैं और उनको क्या सुविधाएं और सैलरी मिलती है?
चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के काम
वही मुख्य तौर पर उनके दायित्व सेना के तीनों अंगों को तमाम ऑपरेशन में असरदार तरीके से एक साथ इसमें इस्तेमाल करना और सेना को आधुनिकरण बनाना है और मुख्य रूप से वह रक्षा मंत्री का प्रमुख रक्षा सलाहकार की भूमिका में होता है उसके काम और दायित्व कुछ इस प्रकार है:
जैसे कि हथि यार खरीद प्रक्रिया को क्रियान्वित करना सेना के तीनों अंगों को करीब लाए और तीनों को साथ लेकर एक बेहतरीन काम ले सके! वही मिलिट्री एडवाइजर के साथ डिपार्टमेंट ऑफ मिलिट्री अफेयर्स को डील करे! जरूरत पड़ने पर थिएटर कमांड बन जाए! वहीं सेना के तीनों अंगों की एजेंसी हो संस्था और उससे संबंधित साइबर एवं स्पेस को कमांड करें! वही डिफेंस एजुकेशन काउंसिल और डिफेंस पलानी कमेटी का मेंबर होगा! न्यूक्लियर कमांडो ऑथरिटी में सैन्य सलाहकार की तरह काम करेगा! वही तीनों अंगों में सुधार के कार्यक्रमों को आगे बढ़ाते नाहक खर्चों में कटौती करके सशस्त्र सेनाओं की मारक क्षमता को बढ़ाएं!
जानिए सैलरी और भत्ता कितना होता है?
चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ की सैलरी सेना के तीनों अंगों के प्रमुखों के बराबर यानी कि ढाई लाख रुपए के बराबर होती है इस के साथ-साथ वही सुविधाएं हासिल होती हैं जो तीनों अंगों के प्रमुखों को दी जाती है!
कितना बड़ा होता है स्टाफ?
वही बात की जाए उनके ऑफिस की तो उनके ऑफिस में एक अतिरिक्त सचिव और पांच संयुक्त सचिव और सपोर्ट स्टाफ होता है वही इसके साथ मिलकर ही वह सेना के तीनों अंगों के साथ मिलकर काम और अन्य भूमिकाओं से संबंधित काम करता है!