Men worker tampered female worker: कांग्रेस पार्टी के लिए एक बहुत ही शर्मनाक खबर आयी है. कांग्रेस पार्टी कठुआ केस का मामला पूरे देश में उठा रहे हैं, हर जगह candle march निकाले जा रहे हैं, मोदी सरकार को महिला विरोधी सरकार बताया जा रहा है, महिलाओं की असुरक्षा का मुद्दा उठाया जा रहा है लेकिन candle march के दौरान एक महिला कांग्रेस कार्यकर्ता ने कांग्रेस के पुरुष कार्यकर्ताओं पर छेड़छाड़ के आरोप लगाए हैं, इस मामले में मुंबई के कांग्रेस अध्यक्ष संजय निरुपम से शिकायत की गयी है. संजय निरुपम ने कहा की ये कार्यकर्ताओं ने गलत किया मै इसके खिलाफ हूँ. और महिला कार्यकर्ता से माफ़ी मांगी.
Men worker tampered female worker
IT cell के chief अमित मालवीय ने tweet करके कहा
इस मामले में BJP IT cell के chief अमित मालवीय ने tweet किया है, उन्होंने लिखा है – कठुआ और उन्नाव मामले के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस की महिला कार्यकर्ता रश्मि मेस्त्री ने कांग्रेस के ही कार्यकर्ताओं पर छेड़छाड़ के आरोप लगाए हैं. रश्मि मेस्त्री ने संजय निरुपम सहित सभी कांग्रेसियों को शिकायत मैसेज भी भेजा है, कांग्रेस के अन्दर ही अँधेरा है, राहुल गाँधी कहाँ हैं. बेचारे कांग्रेसी कर्म करने चलते है कांड हो जाता है.
भीड़ में की महिला से धक्का मुक्की
इस बारे में मिड डे अखबार में बिस्तृत खबर छापी गयी है जिसमें बताया गया है कि कांग्रेसी कार्यकर्ता मुंबई के जुहू में candle march निकाल रहे थे, उसी दौरान महिला कार्यकर्ता के साथ इस वारदात को अंजाम दिया गया. उसी दौरान महिला कार्यकर्ता के साथ कांग्रेसी पुरुष कार्यकर्ता ने छेड़-छाड़ की.
रिपोर्ट के अनुसार NSUI के कार्यकर्ताओं ने महिला के साथ धक्का मुक्की की, उसे गलत तरीके से टच किया. वे लोग भूल गए थे कि हम रेप के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. इस मामले में मुंबई के कांग्रेस अध्यक्ष संजय निरुपम ने सभी महिला कार्यकर्ताओं से माफी मांगी है हालाँकि अभी तक पुरुष कार्यकर्ताओं पर किसी प्रकार की कार्यवाही की खबर नहीं आयी है.
कठुआ मामले की बात करते है उसी केस को लेकर कांग्रेस ने candle march निकला था. और उसी फयदा उठाकर एक कांग्रेस के पुरुष कार्यकर्ता ने एक महिला के साथ छेड़छाड़ की.
जानिए कठुआ मामले की सचाई
युवा नेता काजल शिंगला ने कठुआ मामले में कई चौंकाने वाले तथ्य रखे हैं, वैसे अब media भी मानने लगी है कि आसिफा के साथ मंदिर में गैंगरेप नहीं हुआ था, उसकी कहीं अन्य स्थान पर हत्या करके मंदिर में फेंका गया था. कई युवा नेता कठुआ के रासना मंदिर में जाकर सच दिखा रहे हैं.
पूर्व में media चैनलों ने मंदिर के तहखाने में आठ दिन तक गैंगरेप की खबर चलाई थी जिसकी वजह से देश में हाहाकार मच गया लेकिन युवा नेताओं ने कठुआ जाकर दिखा दिया कि मंदिर में कोई तहखाना नहीं है और मंदिर में किसी को छुपाने की जगह ही नहीं है, यही नहीं मंदिर के बाहर से ही अन्दर का पूरा नजारा देखा जा सकता है.
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