रिलायंस ग्रुप की शाखा जियो मार्ट के जरिये रिलायंस कंपनी अब घर-घर तक पहुंच रही है. रिलायंस जियो मार्ट का नेटवर्क धीरे-धीरे और मजबूत हो रहा है. लेकिन इस बीच जियो मार्ट के खिलाफ विरोध के भी स्वर उठते दिखाई दे रहे है. घरेलू सामानों के सेल्समैन का आरोप है कि जियो मार्ट के आने से उनके कारोबार पर बहुत बुरा असर पड़ा है.
एक रिपोर्ट की माने तो रिलायंस जियो मार्ट डायरेक्ट उपभोक्ता कंपनियों से सामान खरीदती हैं. उपभोक्ता कंपनियां बेहद कम कीमत पर रिलायंस को प्रोडक्ट्स उपलब्ध कराती हैं. अब यह कहा जा रहा है कि इस गठजोड़ की वजह से घरेलू सामानों के डिस्ट्रिब्यूटर्स पर इसका विपरीत असर पड़ रहा है. इस कारण भारत के घरेलू सामानों के सेल्समैन ने मॉम-एंड-पॉप स्टोर्स को आपूर्ति बाधित करने तक की धमकी दे दी है.
हम आपको बता दे की जियो मार्ट के खिलाफ डिस्ट्रीब्यूटर्स रॉयटर्स ने पिछले महीने एक रिपोर्ट की थी, उसके अनुसार यूनिलीवर और कोलगेट-पामोलिव आदि जैसी कंपनियों का प्रतिनिधित्व करने वाले भारतीय सेल्समैन का कहना है कि उनकी बिक्री पिछले वर्ष 20 से 25 फीसदी गिर गई थी. इसका कारण पूछने पर उन्होंने बताया कि ये इसलिए हो रहा है, क्योंकि मॉम-एंड-पॉप स्टोर यानी ‘किराना’ स्टोर रिलायंस के साथ तेजी से साझेदारी कर रहे हैं. दरअसल, जियो मार्ट जरिये प्रोडक्ट्स पर खास छूट मिलती है, साथ ही कंपनी अब छोटे स्टोर्स को पार्टनर ऐप से ऑर्डर करने के लिए प्रेरित कर रही हैं, जिससे 450,000 से अधिक कंपनी सेल्समैन के अस्तित्व पर खतरा पैदा हो गया है. जिन्होंने दशकों तक इतने बड़े देश के कोने-कोने में जाकर स्टोर-टू-स्टोर ऑर्डर लेने का काम किया था.
फेडरेशन के अध्यक्ष धैर्यशील पाटिल ने कहा कि उन्होंने Reckitt Benckiser, हिंदुस्तान यूनिलीवर, कोलगेट और 20 अन्य उपभोक्ता कंपनियों को एक खत भेजा है. उन्होंने बताया कि तीन उपभोक्ता कंपनियों में से किसी ने भी अभी तक रिलायंस के साथ इस समझौते पर जवाब नहीं दिया है. हम आपको बता दें कि किराना स्टोर को भारत में मॉम-एंड-पॉप स्टोर, कहा जाता है.