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किरण और अनुपम की पहली मुलाकात चंडीगढ़ में हुई थी। वहां दोनों चंडीगढ़ थिएटर ग्रुप का हिस्सा थे। हालांकि 1980 में किरण चंडीगढ़ से मुंबई आ गईं और यहीं उनकी पहली शादी बिजनेसमैन गौतम बैरी से हुई थी। 1981 में उनके बेटे सिकंदर का जन्म हुआ और इसके चार साल बाद किरण को महसूस हुआ कि उनकी शादी में सब कुछ ठीक नहीं है। वहीं, कथित तौर पर अनुपम की पहली शादी परिवार के दबाव में 1979 में मधुमालती नाम की लड़की से हुई थी और वे भी इस शादी से खुश नहीं थे। जब किरण और अनुपम नादिरा बब्बर के प्ले के लिए कोलकाता गए तो वहां इनकी फिर मुलाकात हुई। इसी मुलाकात के बाद अनुपम ने किरण को प्रपोज कर दिया। इसके बाद दोनों अक्सर मिलने लगे। दोनों ने अपने पार्टनर्स से तलाक ले लिया और 1985 में शादी कर ली। अनुपम ने किरण खेर के बेटे सिकंदर को अपनाकर उसे अपना सरनेम दिया।
2013 के इंटरव्यू में अनुपम ने कहा था, “सिकंदर (किरण खेर और उनके पहले पति गौरम बैरी के बेटे) तब चार साल का था, जब वह मेरे पास आया और वह मुझे बहुत प्यार और सम्मान देता है। जैसा व्यवहार मेरे पिता का मेरे प्रति था, वैसा ही मेरा सिकंदर के प्रति है। लेकिन यह कहना गलत होगा कि मुझे खुद के बच्चे की कमी नहीं खलती। मुझे यह कमी खलती है। लेकिन मैं कुछ कर नहीं सकता। मुझे कभी-कभी अपने बच्चे के बड़े होने का आनंद याद आता है।”
अनुपम और किरण ने कोशिश बहुत की। लेकिन उनका कोई बच्चा कंसीव नहीं हो सका। खुद किरण ने 2013 में एक इंटरव्यू के दौरान यह बताया था। उन्होंने कहा था, “हमने बहुत कोशिश की। क्योंकि सिकंदर को एक भाई/बहन की जरूरत थी। लेकिन यह हो नहीं सका। यहां तक कि मेडिकल हेल्प से भी कोई फायदा नहीं हुआ।”
अनुपम 1984 में आई ‘सारांश’ से डेब्यू करने के बाद अब तक 500 से भी ज्यादा फिल्में कर चुके हैं। उनके एक्टिंग वर्ल्ड में दिए इस योगदान को देखने दिए भारत सरकार उन्हें 2004 में पद्मश्री और 2006 में पद्मभूषण से सम्मानित कर चुकी है। वहीं किरण ने ‘हम-तुम’, ‘वीर जारा’,’कभी अलविदा ना कहना’, ‘देवदास’, ‘ओम शांति ओम’, ‘दोस्ताना’ समेत कई फिल्मों में काम किया है।
]]>फिल्म में कश्मीर में हुए कश्मीरी पंडितों और हिंदुओं के नरसंहार की कहानी को दर्शाया गया है, फिल्म में दिखाया गया है कि पलायन के वक्त कश्मीरी पंडितों औऱ हिंदुओं की कैसी स्थिति थी. इस सब्जेक्टिव फिल्म को इतना पसंद किया गया है कि थिएटर्स में से हर शख्स बाहर आकर कह रहा है कि ये फिल्म टैक्स फ्री होनी चाहिए. इसी के बाद से अब हरियाणा सरकार ने फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ को राज्य में टैक्स फ्री कर दिया है.
बता दें, इस फिल्म को लेकर मांग की जा रही थी कि ‘द कश्मीर फाइल्स’ जैसी फिल्म को देश में टैक्स फ्री करना चाहिए. 11 मार्च को सिनेमाघरों में रिलीज हुई इस फिल्म को हरियाणा सरकार ने टैक्स फ्री करने का ऐलान किया. ऐसे में इस बात की ऑफीशियल जानकारी राज्य सरकार ने टीपीआर की तरफ से जारी की है. फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ रिलीज के बाद हरियाणा डीपीआर की ओर से एक ट्वीट जारी किया गया. जिसमें एक ऑफीशियल डॉक्यूमेंट शेयर किया गया. साथ ही लिखा गया है, ‘हरियाणा सरकार ने फिल्म The Kashmir Files को राज्य में टैक्स फ्री कर दिया है.’
फिल्ममेकर विवेक अग्निहोत्री ने हरियाणा में उनकी फिल्म टैक्स फ्री करने के निर्णय को लेकर उन्होंने आभार व्यक्त किया. विवेक अग्निहोत्री ने अपने पोस्ट में कहा- ‘बहुत आभार माननीय @mlkhattar जी. corona काल की आर्थिक समस्याओं के बाद सामान्य परिवारों को यह फ़िल्म देखने में आपका यह निर्णय काफ़ी मदद करेगा। साथ ही सिनेमा हॉल का व्यवसाय भी मज़बूती पकड़ेगा।’ बताते चलें, फिल्म ने ओपनिंग डे पर अच्छी खासी कमाई की है. 630 प्लस स्क्रीन्स पर दिन रात शोज चल रहे हैं. ओपनिंग डे पर फिल्म ने कमाए हैं-3 करोड़ 55 लाख रुपए. माना जा रहा है कि ये फिल्म दूसरे और तीसरे दिन में अभी और ग्रोथ दिखाएगी.
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